तुम
❤❤ खिली हुई धूप
की पहली बहार
हो तुम ❤❤
❤❤ मेरे जीवन की
पहली फुहार
हो तुम ❤❤
❤❤ इस धड़कते हुए
दिल की धड़कन
हो तुम ❤❤
❤❤ मेरी आँखों की
रोशनी का नूर
हो तुम ❤❤
❤❤ जिस्म में दौड़ता हुआ
मेरी रगों का खून
हो तुम ❤❤
❤❤ मेरे हर जर्रे जर्रे में
बसा पहला प्यार
हो तुम ❤❤
❤❤ एक खिलते हुए
गुलाब की काली
हो तुम ❤❤
❤❤ ढलती हुए शाम
का एक सुकून
हो तुम ❤❤
❤❤ मेरी ज़िन्दगी से
कभी रुठ कर नजाने
तुम ❤❤
❤❤ मेरी आखरी साँस
की रूह में समा
जाना तुम ❤❤
✍✍आलिया खान ✍✍