बाअदब मोहब्बत
सोच समझकर कुछ करना पड़ेगा अब इस बेचारी की जिंदगी मेरे हाथ में ही है..
इसलिए मुझ से किसी भी गलती की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए , वरना मेरी और उसकी दोनों जिंदगियां खतरे में आ जायेंगी...
उधर इंस्पेक्टर दिगेंद्र सिंह अब रात्रि गश्त पर निकलने के लिए तैयार हो रहे थे अपनी रात्रि गश्ती टीम को साथ लेकर इंस्पेक्टर एक बार फिर निकल पड़े
घंटे भर ऐसे ही नगर का चक्कर लगाने के बाद जीप उसी हॉस्पिटल के रास्ते से गुजर रही थी जहां उस रोज रात्रि गश्त के दौरान उन्हें सुरैया लहूलुहान हालत में मृत मिली थी
हॉस्पिटल के नजदीक पहुंचते ही इंस्पेक्टर ने गाड़ी रोकने के आदेश दे दिए
गाड़ी रोको..
क्या हुआ सर..
उस दिन उस लड़की से सवाल पूछते समय वो वापस बेहोश हो गई थी तो उसके बाद से हमने तो ये भी नहीं जानना चाहा
की वह ठीक भी है या नहीं
तो सोचा अब देख चलते है दिन में तो हमें फुरसत भी कहां रहती है...
हां सर सही कह रहे है आप..
इंस्पेक्टर हॉस्पिटल में प्रवेश करने लगते है तभी..
अरे इंस्पेक्टर, आप
इतनी रात गए कैसे आना हुआ
- सामने से डॉक्टर अशोक सिंघल बाहर की ओर आते हुए कहने लगे
आने से पहले एक खबर तो कर दी होती, हम आपके लिए व्यवस्था कर देते इतनी रात को भी...
नहीं अभी आने का विचार तो नही था पर गश्त पर इधर से ही गुजरे तो सोचा मिलता चलूं
विचार नहीं था फिर भी आ गए - डॉक्टर ने ताना मारते हुए कहा
क्यों नहीं आ सकता था - इंस्पेक्टर ने कहा
अरे मेरा वो मतलब नहीं था, पूरी बात तो सुनिए
मैं कह रहा था
विचार नहीं था फिर भी आ गए तो अंदर आ जाइए... वैसे भी हम और आप तो सभी के लिए है
जैसे की ये हॉस्पिटल और आपका पुलिस स्टेशन सभी के लिए है...
वैसे इंस्पेक्टर आपने अभी कहा था कि आप गश्त पर इधर से गुजरे तो सोचा मिलता चलूं
तो आप मुझसे मिलने आए है इतनी रात को या किसी और से... डॉक्टर ने फिर से इंस्पेक्टर को एक ताना मारा
हां आपसे भी मिल लेता
क्या मतलब मुझसे भी... आप किसी और से मिलने आए है यहां, किससे ?
इंस्पेक्टर का चेहरा भी अब गुस्से से दमकने लगा था लेकिन उन्होंने खुद पर नियंत्रण रखते हुए कहा
हां डॉक्टर वो लड़की कैसी है अब.. सुरैया...
बस सोचा उसका हाल पूछता चलूं आपसे
आपको उसमें कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी नहीं हो रही इंस्पेक्टर... आप इतनी रात को उसका हाल जानने आए है
डॉक्टर ! ये मेरी ड्यूटी है , और आपको भी पता है अभी तक उसके बयान रिकॉर्ड नहीं हुए है, तो जबतक उसके बयान रिकॉर्ड नहीं हो जाते मेरी ड्यूटी बनती है उसकी पल पल की खबर लेना... समझे
ओ हां मैं तो भूल ही गया था... की कैसे पिछली बार आपने उसके बयान रिकॉर्ड किए थे
उसे दर्द पर और दर्द देकर उसे फिर से मृतप्राय बना कर चले गए थे वो इतनी जल्दी भूल गए...
हां उस बात के लिए दुख है मुझे..
दुख है.. फिर भी वापस आ गए उसे और दर्द देने इतनी जल्दी
डॉक्टर आप बेवजह बात बढ़ा रहे है उसके बयान रिकॉर्ड करना मेरी ड्यूटी है... उस दिन भी मैंने सिर्फ वही किया था,
और उसकी जान बचाना मेरी ड्यूटी है .. तो जब तक वो पूरी तरह से ठीक नही हो जाती मैं आपको अनुमति नहीं दे सकता उससे मिलने की, ना ही उसके बयान रिकॉर्ड करने की
समझे आप...इंस्पेक्टर
ओके डॉक्टर, क्या मैं जान सकता हूं वो अभी ठीक है या नहीं ?
नही है वो ठीक, अगर वो ठीक होती तो मुझे यहां आपके साथ दिमाग खराब करने की जरूरत नही पड़ती..
तो क्या उसे अभी तक होश नही आया उस दिन से.. ?
नहीं,.. डॉक्टर ने गुस्से से भरकर इंस्पेक्टर की आंखों में देखकर कहा
हां ठीक है डॉक्टर तो अभी मैं चलता हूं गश्त का समय है उसे होश आ जाए तो इन्फॉर्म कर देना
हां दुआ करो उसे होश आ जाए बस... डॉक्टर ने फिर घूर कर कहा
हां ओके डॉक्टर चलता हूं फिर,
ऐसा कहकर इंस्पेक्टर वापस जाने को मुड़े तो हॉस्पिटल के अंदर एक खंभे के पीछे से कोई हाथ हिलाता हुआ उन्हें दिखाई दिया 🙏
Abhinav ji
11-Jun-2022 09:37 AM
Nice👍
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Barsha🖤👑
03-Jun-2022 12:30 PM
Nice
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Punam verma
02-Jun-2022 09:54 PM
Very nice
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