लेखनी प्रतियोगिता -01-Jun-2022 भारत की वीरांगना
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक- भारत की वीरांगनाएं
नारियों के होते रूप अनेक
कभी कोमल तो कभी कठोर बन जाती
कभी दया की मूर्ति, तो कभी चंडी माता का रूप धर लेती
कभी दुर्गा तो कभी भवानी बन जाती
है कुछ ऐसी वीरांगना, लिखी जिसने अपनी महागाथा
थी ऐसी वीरांगना
नाम था महारानी लक्ष्मी बाई
मातृभूमि की खातिर
रणभूमि में दिखाया अपना वीर
कर दिया सब कुछ त्याग
रज को दिया अपना बलिदान
पन्नाधाय की सुनाते कहानी
देख दुश्मनों को कुछ समझ में ना आइ
अपने बेटे को पालने में सुलाई
दिया अपने बेटे का बलिदान
राजकुमार की जान बचायी
अपनी ममता का गला दबायी
हम सुनाते सीता माता का विवरण
पत्नी का निभाया हर कर्तव्य
छोड़ दिया सुख महल का
चुन लिया पथ कांटो का
जब छोड़ दिया राम ने
निभाया सीता माता ने फर्ज
जब आए श्री राम सीता को लेने
जब सीता ने किया धरती को आह्वान
धरती माता के अंदर समा गई सीता माता
क्या अपना धर्म का पालन
थी एक ऐसी वीरांगना
जिसने आंच ना आने दी मर्यादा
सखी संग किया जोहर
किया राजधर्म का पालन
सब मिलकर हमें यही सिखाती
जीवन पथ का मार्ग दिखाती
याद करते हैं हम सब भारतवासी
महक रहा इन वीरांगनाओं से हिंदुस्तानी
Seema Priyadarshini sahay
02-Jun-2022 10:48 AM
बेहतरीन पंक्तियां
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Punam verma
02-Jun-2022 09:08 AM
Nice
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Abhinav ji
02-Jun-2022 08:27 AM
Nice👍
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