नारी
ऐ नारी तुझे क्या कहूँ
तेरी हर बात निराली है ।
तू एक ऐसा पौधा है जिस घर रहें
वहाँ हरियाली ही हरियाली हैं ।
नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो,
टूटी हुई उम्मीदों की एक मात्र आस हो।
उठो अपने अस्तित्व को संभालो,
केवल एक दिन ही नहीं
हर दिन के लिए तुम खास हो।
ऐ नारी तुम अपने पर ध्यान दो
अपनी आन बान शान पर ध्यान दो ।
नारी जाति समाज की शान है ।
Payal vaya
21-Jul-2021 04:06 PM
Thanks
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Aliya khan
21-Jul-2021 07:28 AM
Nice
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Sana khan
20-Jul-2021 11:01 PM
Behtareen
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