Dr Aditi dev

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लेखनी प्रतियोगिता -13-Jun-2022 जनता और नेता

"जनता और नेता

सबने बना रखा है जनता का मज़ाक़,
नेताओ ने पहन रखा है घुस खोरी का नक़ाब।

देश में कमी नहीं है भ्रष्टाचारियो की,
मिलावट हो रखी है सभी सामानों की।

नेताओ का है हर तरफ़ बोल बाला,
होता ना पैसे वालों का बाल भी बाँका।

खाते रिश्वत हर काम की सब यंहा,
कितनी चाहे जनता हो जाए तबाह।

बढ़ा के मोल दाल आटे का ,
बनाते मज़ाक नेता ग़रीबी का।

छू रहे पेट्रोल के दाम आसमान तक को,
मिलता ना खाना जनता को।

देके अपने ही वोटों की क़ुर्बानी
चुनती है जनता अपना ही भविष्य,

बिना कमीशन ना होते यंहा काम,
करती जनता फिर पैसों का इंतज़ाम।

दिखावे के देखो होते कितने दान,
फिर भी भूखी रह जाती जनता नादान।

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11 Comments

Seema Priyadarshini sahay

15-Jun-2022 06:58 PM

बेहतरीन👌👌

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Khushbu

14-Jun-2022 09:35 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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नंदिता राय

14-Jun-2022 04:54 PM

बहुत ही सुन्दर

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