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ये राज की बात है!

राज की बात है


अजीब सी
कश्मकश है,
उदास हूँ या खुश हूँ,
मुझको भी
पता नहीं!
आँखों से बह रहे
आँसू...!
झिलमिलाहट..
..हँसी की,
गुम सी हो गयी कहीं
कहाँ ढूंढू?
पता नही
रात अब दौड़ती है
काट खाने को,
दिन बस नाम है
दिन बिताने का
बेचैन हूँ,
बेसब्र हूँ
सौ बातों को लिए
फटने को हूँ पर
बेशब्द हूँ
कुछ चुभ रहा है सीने में
अनजाना सा मुझे
रात इतना गहरा है
कि मुझको भी पता नहीं!
ये राज की बात है
तुमने सुना?
छिप गया है गहरे साये लिए
मैं मुस्कुराने की
कोशिश में हूँ,
अपने जख्मों पर हाथ
फिराते हुए!
व्यस्त हूँ? या अभ्यस्त हूँ
इन दुःखों को सह पाने में?
मुझे महसूस हो रहा
कि मैं अस्त-व्यस्त हूँ।
नहीं पता क्यों सुनता नहीं
कोई बातें मेंरी
ये राज की बात है
मुझको भी पता नहीं।

#MJ
#प्रतियोगिता

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19 Comments

Alisha ansari

23-Jul-2021 08:22 AM

दिल में उठने लगी है कहीं उमंगे तुम्हारे उसे छुपा कर क्यों रखते हो I होठो पर आई हुई बातें को तुम दबाकर क्यों रखते हो

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Bahut shukriya jii

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Bahut shukriya jii

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Aliya khan

22-Jul-2021 10:27 PM

Wah

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Thank you jii

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Zakirhusain Abbas Chougule

22-Jul-2021 07:22 PM

बहुत खूब

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Shukriya

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