लेखनी प्रतियोगिता -16-Jun-2022 भारत माता के वीर
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-भारत माता के वीर
हे भारत माता के वीर
हे तेरी हिंदुस्तान में मीर
भारत माता का है तु देशभक्त
भारत माता के लिए किया समर्पण
अपने प्राणों का दिया तूने बलिदान
है तुझ पर हमें अभिमान
मिट्टी को सींचा है,तेरे लहू से
मिट्टी में है तेरी खुशबू
फरिश्ते हो तुम वतन के
अपने लहू से संवारा तुमने चमन
चहुं दिशा में है तेरी गाथा
हर जगह बिखर रही तेरी महकता
हो तुम भारत के जवान
कहलाते हो तुम महान
रज रज में है लहू का कण
भारत माता का है तूअंश
व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान हर क्षण
दुश्मनों की गोलियों का किया सामना
दिखाया तुमने अपनी वीरता का जज्बा
युद्ध भूमि में बहाया अपना लहू
लहू से हुआ लथपथ शरीर
हो गए तुम वतन के खातिर शहीद
तुमने इस सरहद के लिए
माथे पर बांधा है कफन
इस मिट्टी में हो गया दफन
भारत माता कर रही नमन
भारत माता की है पुकार
बेकार नहीं जाएगा बलिदान
रज रज की कण महकेगी
जब-जब हवाये रुख मोड़ेगी
चहुं दिशा में खुशबू छायेगी
लहू देकर की जिसकी हिफाजत
हर कोई करेगा तेरा सम्मान
सब करेंगे हे वीर तुम्हें याद
हे वतन के वीर हमारा फरमान
Pallavi
18-Jun-2022 10:02 PM
Nice post
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Seema Priyadarshini sahay
17-Jun-2022 03:50 PM
Ni ce
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Shrishti pandey
17-Jun-2022 03:18 PM
Very nice
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