मासूम दोस्ती

एक्सक्यूज़ मी, मिस्टर डिसूजा!
इस आवाज के साथ ही डेनि ने पीछे मुड़कर देखा,तो पाया कि लक्षिता अपने दोनों हाथ आपस में बांधे उसे ही घूर रही थी ।

क्या हुआ? तुमने मुझे इतनी तेज चिल्लाकर क्यों बुलाया?? और मुझे अब घूर क्यों रही हो- डेनि ने हैरानी से पूछा ।

ओ रियली! आपका कुछ याद नहीं है??- लक्षिता ने जोर देकर कहा  तो डेनि को सब याद आ गया कि आज वो और विक्की लक्षिता को कॉलेज घुमाने वाले थे।
वो सच में इस बात को  भूल गया था ।

सॉरी यार! वो सूर्या की तबियत सुबह थोडी ठीक नहीं थी,तो हमें वहाँ जाना पडा। आज ब्रेक में कॉलेज घूमते हैं ना।- विक्की ने कहा ।

लक्षिता उसकी बात सुनकर एकदम मुस्कुरा उठी।

क्या हुआ?? मैंने कोई जोक तो नहीं मारा- विक्की ने थोडा सीरियस होकर कहा।

अरे! तुम नहीं जानते तुमने क्या बोला । तुमने मुझे अभी-अभी यार बोला यार। इसका मतलब अब हम दोस्त हुए- लक्षिता ने मुस्कुराते हुए ही कहा ।

ओह्ह! तो ये बात है। यार बोलना मेरी हैबिट में है ।सो, डोंट टेक इट सिरियस्ली- विक्की ने कहा

मैं कुछ नहीं जानती । तुमने मुझे यार बोला है,तो तुम्हें मुझसे दोस्ती करनी पड़ेगी और करनी पड़ेगी- लक्षिता ने अपना हाथ बढ़ाते हुए कहा ।

क्यों?? कोई जबर्दस्ती है??- विक्की ने थोडे गुस्से से कहा,तो लक्षिता उदास हो गई ।

उसकी आँखों में आँसू आ गए फिर भी चेहरे पर मुस्कुराहट लाते हुए बोली- मैं ना पागल हूं । सबको अपने जैसा समझ लेती हूँ । सॉरी! मैने तुमसे जबर्दस्ती की। आइंदा ऐसा कभी नहीं करूँगी।

इतना बोलकर वो बिना विक्की का जवाब सुने ही अपनी सीट पर जाकर बैठ गई ।

डेनि को ये सब देखकर अच्छा नहीं लगा, तो उसने विक्की से कहा- विक्की! ये बात आराम से भी कही जा सकती थी । तुम कबसे लोगों का दिल दुखाने लगे??

विक्की को अपनी गलती का अहसास हुआ।

पता नहीं क्यों यार? आज मुझे गुस्सा आ गया । मैं खुद भी इस बात से परेशान हूँ कि मैने उस बेचारी लडकी को उदास कर दिया।

सूर्या इन सबसे दूर अपनी सीट पर बैठा हुआ था हालांकि उसकी नज़र इन पर ही थीं लेकिन वो इनकी बातें नहीं सुन पा रहा था ।

ये बात सच थी कि लडकियों से नफरत  सिर्फ सूर्या को थी। लेकिन कहीं न कहीं इसका असर विक्की और डेनि पर भी था। और होता भी क्यों नहीं जिगरी दोस्त जो ठहरे।

ऐसा नहीं था कि वे दोनों लडकियों से नफरत करते थे लेकिन फिर भी दूर-दूर ही रहते थे । या फिर कहिये कि सब लड़कियाँ इन्हें सिर्फ बॉयफ्रेंड ही बनाना चाहती थीं ।
        लक्षिता वो पहली लडकी थी जिसने इन्हें दोस्ती के लिए पूछा था ।

विक्की और डेनि का किसी लडकी से कोई रिश्ता नहीं था फिर भी उनके नाम पर लडकियों में युद्ध होते रहते थे कि वो मुझे पसंद करता है, उसने मुझे देखा, वो मुझसे टकराया था ••••••बगेरह बगेरह।

हाँ! एक लडकी ऐसी भी थी जो सूर्या के लिए पागल थी और आए दिन लडकियों में कुछ न कुछ बखेडा करती रहती थी  । इसलिए ज्यादातर लड़कियाँ सूर्या का नाम लेने से बचती थीं  वर्ना उन्हें  इसका गुस्सा झेलना पड्ता था।

[(आप मासूम दोस्ती भाग 2 में  इस लडकी से मिल चुके हैं,तो इसका नाम मैं  इस पार्ट में नहीं बताऊंगी।।
   अरे!  अगर आप  ये पार्ट पढ रहे हैं तो पिछ्ले पार्ट्स भी  तो पढे होंगे ना । तो आप सबको इस लडकी का नाम बताना है नीचे कमेंट करके।।)]

लक्षिता से बात करने के बाद  दोनों अपनी सीट पर आकर बैठ गए।

दोनों को चुप देखकर सूर्या ने विक्की को झकझोरते हुए पूछा- क्यों विक्की ? तेरा ये लाउड स्पीकर जैसा मुँह आज बंद क्यों  है??

विक्की ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया ।

सूर्या  को यह देखकर  बहुत हैरानी हुई कि हर बात का  बेतुका सा जवाब देने वाला विक्की आज उसके मजाक बनाने पर भी चुप है।

उसे हैरान देखकर डेनि ने उसे पूरा बात समझाई जो अभी-अभी हुई थी ।

ओह्ह! तो ये बात है। तूने सच में सही नहीं किया। तुझे पता है कि बेवजह किसी का दिल दुखाना कितना बडा पाप होता है - सूर्या ने थोडी गम्भीरता से कहा ।

और तू ये पाप कितनी बार कर चुका है- विक्की और डेनि एकसाथ बोले।

एक बार भी नहीं । मैने कहा 'बेवजह ' । मैं बेवजह किसी का दिल नहीं दुखाता। अगर मैं कभी ऐसा करता हूँ तो उसके पीछे कोई बड़ी वजह रही होती है- सूर्या की आवाज अभी भी गम्भीर थी।

उसकी बात सुनकर दोनों मन ही मन मुस्कुरा दिये।फिर सब खामोश हो गए।

थोडी देर बाद विक्की एकदम से चहकते हुए बोला- आइडिया! काम बन गया ।

अब तेरी उल्टी खोपडी  में क्या आइडिया आ गया भई- सूर्या ने पूछा।

अरे! इतना बढिया आइडिया आया है ना कि तुम लोग आज मेरी बुद्धि का लोहा मान जाओगे।

अच्छा फिर बताओ।

विक्की ने दोनों के कान में कुछ खुसर- पुसर की।
दोनों के चेहरे खिल उठे ।

विक्की का आइडिया सच में लाजवाब था। लेकिन क्या था????

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ये जानने के लिए जुडे रहिए मेरे साथ। और हाँ! कमेंट में उस लडकी का नाम बताना मत भूलियेगा।


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3 Comments

Pallavi

18-Jun-2022 09:52 PM

Nicely written 😊

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Seema Priyadarshini sahay

17-Jun-2022 03:41 PM

बेहतरीन रचना

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Sona shayari

17-Jun-2022 10:30 AM

Bahut sundar rachna

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