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वाह रे वाह खुदा क्या तुने दिल्लगी बनाई है

वाह रे वाह खुदा क्या तूने दिल्लगी बनाई है।
करके  दिल्लगी  मैंने जिंदगी  मिटाई  है।।

जिसका मुझे सुरूर है वह मुझसे दूर है।
इश्क दोनों के दिल में फिर भी मजबूर हैं।।
दीवार बन के खड़ी है मेरी वह दगा।
तुझे दगा देकर तुझे पाने का जुनू जगा।।
तुझको वफा दूं या खुद को सजा दूं।
तुझको सिला दूं या खुद को दगा दूं।।
तुझको हंसा दूं या खुद को जला दूं।
जी चाहता है तुझ पर जिंदगी निसार दूं।।
मेरे पापो ने मुझे यह समझाया है।
तुझ से की थी दगा यह उसकी सजा पाई है।।

वाह रे वाह खुदा क्या तूने दिल्लगी बनाई है।
करके  दिल्लगी  मैंने जिंदगी  मिटाई  है।।

जीने की ख्वाहिश है मौत ने की साजिश है।
तुझसे मिलने की कोशिश में कांटों की बारिश है।।
वक्त शायद कम बचा है मौत से सामना है।
मरने से पहले मेरी रब से यह कामना है।।
दो फूलों को देखना है उनके संग हंसना है।
उनसे कुछ कहना है उनके संग खेलना है।।
तुम से भी मिलना है तुमसे भी कुछ कहना है।
सांस थमने से पहले तुम्हें यह समझाना है।।
मेरी हर ख्वाहिश रब ने तुझ में समाई है।

वाह रे वाह खुदा क्या तूने दिल्लगी बनाई है।
करके  दिल्लगी  मैंने  जिंदगी  मिटाई  है।।

उम्मीदें बहुत सारी है मौत मुझ पर भारी है।
तेरी  जिद  के  आगे  मेरी ज़िद  हारी  है।।
डर मोत का नहीं डर मर के तुझे खो दूंगा।
मरने से पहले तुझ में ऐसा बीज बो दूंगा।।
सताएंगी मेरी कसमे है सताएंगे मेरे वादे।
सताएंगी मेरी वफा सताएगी मेरी बातें।।
तुझे मेरी याद दिलाएंगे मेरे ये इरादे।
इस जहां में तेरा एक ऐसा दीवाना था।।
जिसने तेरी खातिर अपनी जिंदगी लुटाई है।

वाह रे वाह खुदा क्या तूने दिल्लगी बनाई है।
करके  दिल्लगी  मैंने  जिंदगी  मिटाई  है।।

रचियता
चेतन श्री कृष्णा
#chetanshrikrishna

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9 Comments

Supriya Pathak

18-Sep-2022 12:09 AM

Bahut khoob 💐👍

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Achha likha h

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Pratikhya Priyadarshini

16-Sep-2022 04:45 PM

Achha likha hai 💐

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