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साथ

ना तूने हालत देखी मेरी, ना देखे हालात।

साथ छोड़कर मेरा, मारी रिश्ते में लात।।
तेरे लिए बोझ बन चुका था हमारा रिश्ता।
मगर तू अनजान था इस हकीकत से ए मुजस्सम!
वो रिश्ता रिश्ता नहीं, था ख़ुदा की सौगात।।

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12 Comments

Seema Priyadarshini sahay

22-Jun-2022 11:42 AM

बहुत खूबसूरत

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surendra@4004

21-Jun-2022 10:21 PM

Awesome

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Arvaz Ahmad

20-Jun-2022 02:49 PM

Nice

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Lekhashriee (Shobha Gupta)

20-Jun-2022 10:19 PM

Thanks

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