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कई और मर्तबा!

कई और मर्तबा घर तेरा,
मुझे मेरा अपना सा लगा
कई और मर्तबा बातों से तेरी
सच होता कोई सपना सा लगा।

कई और मर्तबा दिल तेरा
घर जैसे हो मेरा बन गया
कई और मर्तबा साथ तेरा
सुकूँ के सच्चे पहरा सा लगा।

कई और मर्तबा अदाएं तेरी
मेरी खुशियों की वजह बनी
कई और मर्तबा कुछ तो हुआ
जो हर मर्तबा मैं तेरा होता गया।

#MJ

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1 Comments

Aliya khan

29-Jul-2021 09:13 AM

Behtareen

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