Neema bisht

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माँ

माँ

मां ओ मां, मां ओ मां.

कितने दुख दर्द सहती है,
अपनी संतान के लिए नौ महीने कोख मे रखती है
  इस संसार मैं लाती है
   वो मां होती है।
 
बेटा होने पर जग खुशियां मनाता है
बेटी होने पर जग ताने सुनाता है
और वो चुपचाप सुनती है
वो मां होती है।

रोज सुबह जल्दी उठ के नाश्ता बना के हमें देती है
खुद सारे काम निबटाके बाद मै खाती है
  वो मां होती है।

चोट उसकी संतान को लगती है
  और दर्द उसे होता है
    वो मां होती है।

  दिल ना दुखाना कभी उसका जिन्दगी मैं
   जिन्दगी देने वाली
     वो मां होती है।


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6 Comments

kashish

12-Feb-2023 11:16 AM

nice

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madhura

01-Feb-2023 02:29 PM

beautiful

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shweta soni

16-Jul-2022 10:25 PM

Nice 👍

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