हलचल
अनकहीं हलचल सी मची दिल में
जब से हम मिले ..
ख्वाबों खयालों पर किसने दी है दस्तक
जब से हम मिले ...
ना चैन मिले ना सुकून कहीं
जब से हम मिले ...
अजीब हुई है हालत
जब से दिल, दिल से मिले ...
आँखो से उतरकर कोई दिल में समाया
देखते ही देखते दिल हमारा कहीं खो गया
बेवफाई दिल हमारा ,हम से ही कर गया
शांत सागर की गहराइयों में हलचल वो कर गया
जब से हम मिले,मैं मेरा ना रहा,
मैं तुम्हारा हो गया ...!!!
Aliya khan
29-Jul-2021 08:57 AM
Nice
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Sapna shah
30-Jul-2021 09:46 PM
Thank u
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ऋषभ दिव्येन्द्र
28-Jul-2021 09:05 PM
खूब लिखा आपने 👌👌
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Sapna shah
30-Jul-2021 09:46 PM
Thank u
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Seema Priyadarshini sahay
28-Jul-2021 08:52 PM
वाह
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Sapna shah
28-Jul-2021 08:54 PM
Thanks
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