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किस्मत




किस्मत के पहिए चलते सभी देखा है।
पल भर राजा को रंक बनते सभी ने देखा है।।

मेहनत के रंग जीवन में जो भरते हैं।
चाँद सितारों जैसे नाम चमकते देखा है।।

डोर लगन की कर्तव्य प्रति जो साधे रखते ।
एकलव्य की किस्मत का नजारा पर जाते देखा है।।

विश्वास संग सत्य की राह पर हमने चलत देखा है।
राम कृष्ण ने धार्मिक ग्रन्थों में मिसाल छोडी है।।

सच्ची मित्रता से किस्मत का द्वार खुलते देखा है।
कृष्ण ने सुदामा की किस्मत को बदलते देखा है।।

आभा मिश्रा - कोटा

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7 Comments

Shrishti pandey

01-Jul-2022 09:13 PM

Very nice

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Punam verma

01-Jul-2022 06:40 PM

Nice

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Seema Priyadarshini sahay

01-Jul-2022 09:56 AM

बेहतरीन रचना

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