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अब तू है मुझसे दूर कहीं











"किस्मत में ही बेवफाई है
जो मैंने अपनी मोहब्बत न पाई है
जाने क्यों लगता ये दर्द ही दवाई है
क्या है ये? मौत या तेरी जुदाई है।"

अब हरपल हँसता रहता हूँ
पर मन में रोया करता हूँ
अब तू है मुझसे दूर कहीं
मैं तुझपर मरता रहता हूँ।

ये सारा दर्द है मेरा,
मोहब्बत के बदले मिला
क्यों कहते हैं लोग सभी
मिलता है ऐसा इश्क़ का सिला।

तुमसे था जो मेरा सिलसिला
जाने क्यों चरमराकर टूट गया
एक तू ही था मेरा अपना
अब वो भी मुझसे छूट गया।

अपनी बर्बादी को मैं
अब नया अंजाम देता रहता हूँ
मिली जो खुशियां आज तक
उनको तेरा नाम देता रहता हूँ।

अब हरपल हँसता रहता हूँ
पर मन में रोया करता हूँ
अब तू है मुझसे दूर कहीं
मैं तुझपर मरता रहता हूँ।

तेरी यादों के सहारे
दिन गुजारना चाहता हूँ
तुझसे हूँ जुदा अब
फिर भी तुझको ही पाना चाहता हूँ।

अब हर नया रास्ता
तुझपर ही जा मिले
तू ही मेरा आखिरी है
अब कहा ढूंढू मन्ज़िले।

अब यादों में तेरी
आंसुओ के संग बहा करता हूँ
खुश रहे तू हमेशा
बस यही दुआ किया करता हूँ।

अब हरपल हँसता रहता हूँ
पर मन में रोया करता हूँ
अब तू है मुझसे दूर कहीं
मैं तुझपर मरता रहता हूँ।

मेरी दुआओं का असर
हो खुदा को भी खबर
मैं अपनी हद से ज्यादा
इश्क़ तुझसे बेहद करता हूँ।

हो गया अब तू किसी और का
मेरे लिए है अब कोई गैर सा
मैं आँखों की नमी को ढककर
तेरी कमी दूर करता रहता हूँ।

अब हरपल हँसता रहता हूँ
पर मन में रोया करता हूँ
अब तू है मुझसे दूर कहीं
मैं तुझपर मरता रहता हूँ।




"काश! कि तुम पहले ही कह दिए होते
हम गैर थे, गैर ही रहने दिए होते...,

क्या जरूरत थी साँसों बस कर जान ले जाने की
तुम्हे हमारी जान चाहिए बस इतना ही कह दिए होते।"

#MJ


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3 Comments

Aliya khan

02-Aug-2021 09:26 AM

Sundar

Reply

Shatakshi Chaturvedi

31-Jul-2021 11:11 AM

Amazing 😊

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थैंक यू

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