जज़्बात लेखनी प्रतियोगिता -04-Jul-2022
जज़्बात
याद मे तेरी दिल आज भी मेरा रोता है,
तेरी चुड़ियों का शोर,
हर जग सुनाई देता है,
वो बारिश में भीगा आंचल तेरा,
चेहरा आज भी मेरा भिगोता है,
लौट आओ वापसी फिर पास मेरे,
क्यो बीच मझधार मे हाथ मेरा छोड़ा है,
लबो पर हर बार वाक्य यही होता है,
किसके सहारे तूने तनहा मुझको छोड़ा हैं !!!!
✍🏻 Pooja Sarathe
Sarita Shrivastava "Shri"
24-Jun-2023 11:39 AM
वाह! बेहतरीन सुन्दर विचार प्रस्तुति👌👌🌹🌹
Reply
Pooja Sarathe
19-Aug-2023 12:00 PM
Thanks Mam
Reply
Pallavi
05-Jul-2022 03:06 PM
बेहतरीन रचना
Reply
Pooja Sarathe
06-Jul-2022 04:02 PM
Shukriya
Reply
Abhinav ji
05-Jul-2022 07:33 AM
Very nice
Reply
Pooja Sarathe
06-Jul-2022 04:03 PM
Thank you
Reply