प्रतियोगिता हेतु दिल के जज़्बात लेखनी कविता -04-Jul-2022
दिल के जज़्बात
आपकी यादों में सब कुछ भुलाए बैठे हैं
आप आओगे इसलिए आस लगाए बैठे हैं
आती है आपको मेरी याद ये मान बैठे हैं
आंखों में आपके सपने संजोए बैठे हैं
आपके वादों पर उम्मीद लगाएं बैठे हैं
चांद से मुखरे का स्केच बनाएं बैठे हैं
जानते हैं कभी न हो पाओगे मेरे
लेकिन फिर भी आपसे दिल लगाए बैठे हैं
#प्रतियोगिता हेतु
Pallavi
05-Jul-2022 03:05 PM
बहुत खूबसूरत
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Alfia alima
05-Jul-2022 09:53 AM
Nice
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Swati chourasia
05-Jul-2022 06:18 AM
बहुत खूब 👌
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