लेखनी प्रतियोगिता -07-Jul-2022 बरसात का मजा
लेखिका-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-बरसात का मजा
रस-हास्य रस
काली काली बदरिया छाई
मन में एक आस जगाई
पड़ोस में मच गया हल्ला भाई
बच्चों के मन में प्रसन्नता छाई
आज तो बरसात आनी है भाई
बच्चों के मन में उठी अभिलाषा
कोई गाए गाना, तो कोई निकले लेकर छाता
बच्चे लेकर निकले रंग-बिरंगे पन्ना
कागज से बना रहे नौका
सभी लगा रहे आज शर्त
सबसे पहले जो जाए
वो बनेगा आज का विजेता
लगी एक दूसरे में होड़
बरसात का उठा रहे सभी मजा
काली काली बदरिया छाई
मन में एक आस जगाई
बड़ों के मन भी हुआ पुलकित
आजा मौसम बड़ा ही सुरभित
गरम गरम खाएंगे भजिया
मम्मी ने बनाई तरह-तरह के भजिया
कोई गोल कोई चपटा
देख मुंह में पानी आया
मन तो हो गया बावरा
भजिया को देख हो गया लुटेरा
टूट पड़े ऐसे भैया
जैसे कितने दिन से ना खाए हो भजिया
छोटे बड़े सब में थी प्रसन्नता
बरसात का उठा रहे थे मजा
Seema Priyadarshini sahay
08-Jul-2022 08:56 PM
Nice 👍
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Shrishti pandey
08-Jul-2022 04:23 PM
Nice
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Swati chourasia
08-Jul-2022 06:27 AM
बहुत ही सुंदर रचना 👌
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