लेखनी _ आजादी
!! आजादी !!
तुझे जो इल्जाम लगाने है तो लगा ले,ए जमाने,
हम अपनी जगह सही हैं तो सही हैं,
तू उनमें से नही है,
जो गलत को गलत और सही को सही पहचाने
तू जकड़ा है अपने ही कायदे की बेड़ियों में,
तो क्योंकर तू मेरी आजादी का मोल जाने।।
प्रियंका वर्मा
Seema Priyadarshini sahay
12-Jul-2022 11:35 AM
बेहतरीन रचना
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shweta soni
12-Jul-2022 06:36 AM
Nice
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Gunjan Kamal
12-Jul-2022 12:14 AM
शानदार प्रस्तुति 👌
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