Harsh jain

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तकदीर




मुट्ठियों मे कैद हैं तकदीर हमारी! 

हासिल कब होगी जागीर हमारी! 

धन संपत्ति कुछ मेरे पास नहीं है! 

दौलत है सिर्फ तेरी तस्वीर हमारी!! 

 


          हर्ष जैन सहर्ष

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