आज मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं शायद पहले आपकी सुनी हुई भी हो...एक बार एक व्यक्ति भगवान से बोलता है, कि भगवान मुझे रास्ते में हजार रुपए मिल जायेंगे तो 500 मैं आपके चढ़ायूंगा..
जब व्यक्ति घर से निकलता है तो रास्ते में उसे 500rs ही मिलते है ..तो व्यक्ति कहता है हे भगवान आपने पहले ही 500rs काट लिए....
उसी प्रकार पहले इंसान फसल उगाता था ... उस फसल को बेसहारा जानवर भी खाते थे और दान भी करता था..फिर भी फसल हमेशा अच्छी होती थी पर आजकल का इंसान भगवान से कहता है ये भगवान इस बार फसल अच्छी हो जायेगी तो.... मैं उसका कुछ हिस्सा आपके चढ़ायूंगा लेकिन वो ऐसा नहीं करता बल्कि जो कुछ थोड़ा बहुत बेसहारा पशु जानवर खाते थे उनके रोकने के लिय नए नए तरीके अपना रहा है फिर भी फसल पहले से आधी भी नही होती।
ऐसे ही भगवान पहले ही आधा हिस्सा काट लेता [ वो प्राकृतिक (अत्यधिक वर्षा,धूप,गर्मी,...अन्य) तरीके से ही काट लेता है।]
इसलिए बे सहारा जानवर को...थोड़ा ही सही पर उसको भी कुछ खाने को देवे।
Mithi . S
01-Aug-2022 05:16 PM
Nice
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Rak2328
12-Aug-2022 10:43 AM
Thanku 🤗
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Pankaj Pandey
31-Jul-2022 08:11 PM
Nice post
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Rak2328
01-Aug-2022 07:31 AM
Thanku🤗
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Rahman
30-Jul-2022 10:14 PM
Nyc
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Rak2328
31-Jul-2022 11:03 AM
Thanku🤗
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