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हरियाली तीज लेखनी कहानी -31-Jul-2022

मैया मेरी आया है तीजन को त्यौहार जी।

झूला तो पड़गये अमुआं की डार पै जी।।
एजी कोई झूला तो झूलैं राधा प्यारी।
झूला तौ झुलावै देखौ  नन्द के लाल।। 1झूला तौ पड़गये अमुआ--------
कोयल कूके अमुआ की डार पै जी।
वदरा गरजै  नभ में चमकै विजली -सी
एजी कोई उठी है ये घटा घनघोर 2 झूला तो पड़ गये अमुआ------------
संग की सहेली देखो झूला झूल रही जी।
इनके साथ में झूला झूलै  कामिनी जी।।
एजी कोई ये तौ गावत गीत मल्हार जी 3 झूला तौ पड़गये अमुआ------रिमीझिम बरस रहे है देखो ये वदरा जी।
बगिया भीगी भीगी  नयी चुनरिया जी।
मेरे दिल में उठरही है मीठी सी हिलोर जी।
एजी सखिया मिल गारही  गीत मल्हारजी 4 
झूला तो पड़ गये अमुआ की  डार पै जी।
मेरी मैया  दे आया है तीजन को त्यौहार जी




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12 Comments

Kusam Sharma

01-Aug-2022 08:38 PM

Nice

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Mithi . S

01-Aug-2022 03:45 PM

Nice

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Shnaya

01-Aug-2022 08:54 AM

शानदार

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