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कहानी--माला के मोती


माला के  मोती -- नायक जय राम सिंह

लगभग 60 दिन तक चलने वाला हुआ युद्ध आज तक हर किसी के मन में मौजूद है ।

सन 1999 कारगिल युद्ध .. जीतना  जितना कठिन था उतना ही गौरवपूर्ण था .बहुत ही कष्ट से कारगिल की चोटी पर हमारे जवानों ने तिरंगा फहराया था ।

कारगिल की पहाड़ी पर चढ़ना एक असंभव कार्य था लेकिन यह सेना के जवानों ने कर दिखाया।
 उनमें से एक थे जय राम सिंह नायक जोकि  सेना के सूबेदार थे..।

 वह अपने साथ सैनिक साथियों के साथ भूखे प्यासे चोटियों पर चढ़ते रहते थे ।

दिन भर मेहनत करने के बावजूद वह कुछ इंच ही इन पहाड़ी पर चढ़ पाते थे क्योंकि यह पहाड़ी बिल्कुल सीधी  थी औरबर्फ से पूरी तरह से ढकी हुई थी।

 इसके किनारे बड़ी बड़ी घाटियाँ थीं  जिसमें गिरने का डर बना रहता था ।
चारों तरफ कड़ाके की ठंड थी ।
बर्फ से  चोटियाँ ढकी थी ।
- 10 डिग्री का तापमान था ।ठंड से हड्डियां गल रही थीं।
पीठ पर हमेशा एक बैग होता था। जो बैग होता था उसमें भोजन नहीं बस गोलियां और बारूद होते थे जिसे वह अपने सेना को पहुचाते थे।

 भोजन के नाम पर ड्राई फ्रूट होते थे। प्यास लगने पर यह  बर्फ को गला कर किसी तरह से पानी पीते थे भूख लगने पर ड्राई फ्रूट्स के कुछ खा लेते थे।

 इसी तरह से उन्होंने हफ्ते गुजार दिए कारगिल की पहाड़ियां और आसपास की पहाड़ियों पर पाकिस्तान ने  कब्जा कर लिया था।
ये लोग अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते थे  और फायरिंगकरते थे फायरिंग करते थे ।
जवाब देने पर वे लोग बहुत ही अधिक फायरिंग करते थे।

 एक दिन  नायक जयराम सिंह जब अपने सीनियर को गोली बारुद  वहां पहुंचा रहे थे तभी पाकिस्तानी सैनिकों ने उन पर हमला कर दिया ।
उनके सीनियर अधिकारी ने कहा

,, बाहर आओ और दुश्मनों के साथ युद्ध करो।हर हाल में हमें अपनी मातृभूमि की रक्षा करनी है।

नायक जयराम सिंहअपने बटालियन के साथ युद्ध में उतर आया।
उसके पास सिर्फ एक बंदूक थी।वह धड़ाधड़ गोलियों की बौछार कर रहा था।
बदले में उसे भी कई गोलियां लगीं।उसके शरीर से खून बहने लगा लेकिन उसने किसी की भी नहीं सुनीं।
आखिरकार सेना के जवानों ने सबसे कठिन कारगिल की पहाड़ी पर अपना तिरंगा फहरा लिया।


 भारत माता के ऐसे वीर सपूतों को हृदय और पूरे सम्मान के साथ प्रणाम।
हे भारत माता हमें भी ऐसी ही शक्ति प्रदान करना ..
जयहिंद जयभारत🙏🌷

***
सीमा...✍️💕
©®
#लेखनी दैनिक प्रतियोगिता
विषय--माला के मोती

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7 Comments

Chetna swrnkar

11-Oct-2022 06:49 AM

Bahut achhi rachana 👌

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Muskan khan

02-Aug-2022 05:36 PM

👌👌

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MR SID

02-Aug-2022 07:57 AM

Bahut sundar rachna

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