लेखनी प्रतियोगिता -01-Aug-2022 मित्रता की सुनाते दास्तां
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक- मित्रता की दास्तां
दोस्ती का रिश्ता होता है खास
होते हैं हमारे दिल के पास।
लड़की हो या लड़का दोनों से होती मित्रता,
इस रिश्ते में रखो पवित्रता।
मित्रता की सुनाते हम दास्तां,
प्राचीन युगो से चला आ रहा रिश्ता।
कृष्ण की थी राधा गोपियां सखियां,
निराली थी इनकी मित्रता।
द्रोपती के खास थे सखा कृष्णा,
चीरहरण में रखी द्रोपती की लज्जा।
कृष्ण और सुदामा की मित्रता
दो मुट्ठी चावल सुदामा लाया
मित्रता का मान बढ़ाया,
कृष्णा ने चावल खाया।
प्राचीन परंपराओं से चला आ रहा है रिश्ता,
बड़ा ही अनमोल होता है यह रिश्ता।
पराया होता है ये रिश्ता,
अनजान होता है रिश्ता।
फिर भी होता अपनापन,
मित्रता में होता विश्वास।
फूल जैसा होता है रिश्ता,
महकती है हमारी मित्रता।
एक दूसरे का निभाते साथ,
हर सुख दुख में आते काम।
मित्रता में होता सम्मान,
अपने मित्र पर होता अभिमान।
मित्रता में होता रिश्ते का आभास,
दोनों मिल कर रखे एक दूसरे की लाज।
यही होती है मित्रता,
रखो एक दूसरे की महत्वता।
दोस्ती शब्द में ना होता अंत,
निभाओ दोस्ती का फर्ज।
Khan
03-Aug-2022 05:03 PM
Nice
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Saba Rahman
03-Aug-2022 11:48 AM
😊😊😊
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Aniya Rahman
02-Aug-2022 11:16 PM
Nyc
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