Rekha khichi

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गुमनाम लेखनी प्रतियोगिता -03-Aug-2022

गुमनाम हो गई हूं अपने ही रिश्तों में

जैसे बंट गई हूं किश्तों में
ना कोई अपना सा लगता है ना कोई पराया लगता है
जो भी मिलता है व्यवहार दिखावा सा लगता है
ना जाने क्यों ये सब मुझे ख़राब सपना सा लगता है
अपनों ने ही कीमत बताई है जिंदगी की
अपने ही नजरों से गिराते हैं
गुमनाम कर दिया है मुझे मेरे अस्तित्व से 
और मुझे ही गुनेहगार बताते हैं
बस अब बहुत हुआ मैंने इस गुमनामी में खुद को खो दिया
आज देखा लोगो का बदला व्यवहार तो मेरा दिल भी रो दिया
आज मैं एक नई शुरुआत करूंगी
अपने किरदार को जीवंत करूंगी
जो गंवा दिया था मैंने इस सफ़र में उसको आगे लेकर चलूँगी
बदल दूंगी अपने आप को ,और अपनी खुशी का ध्यान करूंगी
इस गुमनामी की कहानी का जल्द ही अंत करूंगी
मेरी भी पहचान है अच्छा खासा मेरा नाम है
आज से अच्छे के साथ अच्छे और बुरे लोगों को दूर से सलाम है।
#प्रतियोगिता

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11 Comments

Pankaj Pandey

05-Aug-2022 04:45 PM

Nice

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Teena yadav

04-Aug-2022 09:28 PM

Nice

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shweta soni

04-Aug-2022 11:51 AM

Bahot hi achhi rachna 👌

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