लेखनी प्रतियोगिता -08-Aug-2022 शिव धाम
शीर्षक-शिव धाम
विधा-गीत (भजन)
आया है श्रावन मास,
कावड़िये चल दिए शिव धाम।
कावड़ लेकर चले हैं भक्त,
मिलो मील चलते हैं पैदल,
पूरी होते हैं उनकी इच्छा।
आया है श्रावण मास,
कांवड़िये चल दिए शिव धाम,
चलो हम भी चले शिव धाम।
शिव की महिमा है अपरंपार,
नर नारी करे उपवास,
शिव की है आस्था,
करते हैं पूरी कामना।
आया है श्रावन मास ,
कांवड़िये चल दिए शिव धाम,
चलो चलें हम भी शिव धाम।
बिलिपत्र आक धतूरा है चढ़त,
कच्चे दूध का है विशिष्ट महत्व,
जलधारा से करते प्रसन्न,
देते हैं इच्छित फल।
आया है श्रावण मास,
कावड़िये चल दिए शिव धाम,
चलो हम भी चले शिव धाम।
शिव ही है सृष्टि,
शिव ही है शक्ति
शिव ही है त्रिनेत्र धारी,
शिव की करते हैं भक्ति।
आया है श्रावण मास,
कावड़िये चल दिए शिव धाम,
चलो हम भी चले शिव धाम।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
बरगढ़ ओड़िशा
Shashank मणि Yadava 'सनम'
30-Aug-2022 08:25 AM
सुन्दर, अति सुन्दर, उत्कृष्ट, उत्तम, सर्वोत्तम
Reply
Punam verma
10-Aug-2022 11:31 PM
Very nice
Reply
Abhinav ji
10-Aug-2022 08:56 AM
Very nice👍
Reply