Amrit

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मोहब्बत

हमे मोहब्बत आप से कुछ इस कदर हुई
की अपनी सासे गवा बैठे
मांगने तुम्हें अपनी लकीरो में
खुदा के घर जा बैठे
मांग लिया तुम्हे खुदा से अपनी लकीरो में
अब इंतेज़ार है सांसों के चलने का और
आप से मिलने का .....

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