Rekha khichi

Add To collaction

भेदभाव लेखनी प्रतियोगिता -22-Aug-2022

"बेटी "
सुना है तुम मां बनने वाली हो
हमारे घर के वंश को आगे बढ़ाने वाली हो 
अगली पीढ़ी को जन्म देने वाली  हो
तो ध्यान से सुनो हमारी बात
 हमें नहीं चाहिए लड़की की जात अगर बेटा हुआ तो सोने से तोल देंगे
 बेटी हुई तो कड़वे बोल देंगे
 इसीलिए मन में बिठा लेना ये बात
हमसे दूर ही रखना लड़की की जात
 सुनाकर सब बातें उसको डरा दिया जाता है 
गर्भवती के ऊपर जाता है अत्याचार किया जाता है 
बेटी ही तो वंश को आगे बढ़ाती है
फिर क्यों बेटी को दुदकार दिया जाता है
अगर बेटी नहीं हुई तो बहू कहां से लाओगे?
 अपने घर का वंश आगे कैसे बढ़ाओगे?
 क्यों उलझे हो इस  भेदभाव में अकेले बेटे से क्या घर चला पाओगे?
बदल गया है जमाना ,थोड़ा सा तुम भी बदल जाओ 
बेटा बेटी की कड़ी में बदलाव लाओ 
बेटी वह फूल है जो हर बाग में नहीं खिलता 
बेटी सौभाग्य से तो बेटा भाग्य से है मिलता 
दोनों ही जीवन की महत्वपूर्ण कड़ी है 
बेटी भी आजकल हर चीज जुड़ी है
बेटियां भी नाम रोशन कर जाती है 
घर की जिम्मेदारी के साथ-साथ  ऊंची उड़ान भी भर जाती है

 बेटा अगर भविष्य है तो बेटी भी घर की शान है
 बेटी के नाम से भी मिलती पहचान है 

अपनी सोच में इतना सब बदलाव लाना 
गर्भ में जो बच्चा है ,उसमें बेटी का भी नाम लाना 
दुआ प्रार्थना करना बेटी की कामना करना 
ना किसी को डराना ना उसके आने से खुद को मायूस करना।
#प्रतियोगिता

   23
16 Comments

Chetna swrnkar

24-Aug-2022 12:34 PM

Behtarin rachana

Reply

Ajay Tiwari

23-Aug-2022 09:39 PM

Very nice

Reply

Nice 👍👌💐

Reply