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प्यार

चाहत का गीत ,
मन का मीत I

भावनाओं का जोर ,
अनजानी सी डोर I

मन अधीर ,
मीठी सी पीर।


मधुर अहसास ,
अतृप्त प्यास  ।

बारीश की फुहार ,
बहती बयार ,
गाये मल्हार ,
दुधारी तलवार ,
यहीं तो है प्यार ...।

-------- गौतम वशिष्ठ
        9636637075

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10 Comments

बहुत बहुत शानदार

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Mahendra Bhatt

24-Aug-2022 10:54 PM

शानदार

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Milind salve

24-Aug-2022 10:25 PM

बहुत खूब

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