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तू रात है!

दिन सा हूँ मैं, रात है तू

कह न सका जो, बात है तू

धड़कन तन्हा, दिल बिन जैसे

सूनी कलम हूँ, स्याह है तू।


मिलना तो मुमकिन नही तेरा मेरा

तू रात है, मैं तुझसे बिछड़ा सबेरा

ले जाये एक पल में जान ये मेरा

शाम हसीं बने, मिले जब दिन में अँधेरा।


दो पहर से तुझको तलाशा मैं

पारस से अब खुद को तरासा मैं

तेरे बिना, कुछ भी भावे नही मन को

तू नीर मृदु, सदियों का प्यासा मैं

क्या वो पल होगा, मिलन जब होगा तुझसे मेंरा

तू रात है, मैं तुझसे बिछड़ा सबेरा

ले जाये एक पल में, जान ये मेरा

शाम हसीं बने, मिले जब दिन में अँधेरा।


ये इश्क़ कितना है कैसे बताऊं

बात जो दिल में है, कह ना पाऊं

जान ले बिन कहे बात तू मेरा

तेरा ही हिस्सा हूँ, ये कैसा जताऊं

पूरा हो जाऊं मैं, जब हो जाये तो मेरा

तू रात है, मैं तुझसे बिछड़ा सबेरा

ले जाये एक पल में, जान ये मेरा

शाम हसीं बने, मिले जब दिन में अँधेरा।



कोयल भी गा रही है, चिड़िया चहचहा रही है

भौरे की गुनगुन, प्रीत को बुला रही है

साथ तेरा मेरा करने को, प्रकृति भी बुला रही है

तू हो जाये मेरा, यही हवाएं सुना रही हैं

सुन ले इनकी बातों को, कहना मान ले तू मेरा

तू रात है, मैं तुझसे बिछड़ा सबेरा

ले जाये एक पल में, जान ये मेरा

शाम हसीं बने, मिले जब दिन में अँधेरा।


#MJ




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