Saurabh Patel

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लेखनी कहानी -03-Sep-2022 जन एकता की भाषा हिंदी-३


हमारे बारे में आपका क्या ख्याल है
हमको आज भी अजीज़ ये सवाल है

खुद में ढल जाते है शाम के वक्त 
जहन में बहुत गहरा एक मलाल है

हमको दिन म दिन शायर बना रही है
ये उदासी तो वाकई में अच्छा माल है 

लगाए रखेंगे किसी न किसी से दिल
जब तक हमारे खून में उबाल है

हमे समझना चाहते हो "सौरभ"
आपकी नादानी भी बड़ी कमाल है।

रचना-३ हिंदी प्रतियोगिता 

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15 Comments

वाकई,,, सही कर दें जी

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Wahhh Bahut hi सुन्दर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ मजा आ गया कम शब्दों में बेहतरीन प्रदर्शन

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Saurabh Patel

05-Sep-2022 05:06 PM

आपका तहे दिल से शुक्रिया यूंही पढ़ते रहे तारीफ़ और सुझाव दोनो के लिए धन्यवाद

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Achha likha hai 💐🙏

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Saurabh Patel

05-Sep-2022 03:20 PM

जी बहुत शुक्रिया आपका

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