Champa rautela

Add To collaction

कविता

तुम्हें लिखने को, 


तुम्हें लिखने को, 
मेंने ख़ुद को खाली रखा हैं, 
शब्दों की पोटली से, 
एक आखर (शब्द) उधार लिया है, 
बैठो मेरे शब्दों के करीब, 
कुछ शब्दों ने तुम्हें सुन कर जिया हैं, 


तुम्हें लिखने को, 
मेंने ख़ुद पूरा सा समझकर अधूरा किया हैं, 

   24
9 Comments

Babita patel

12-Mar-2023 03:55 PM

nice

Reply

Radhika

09-Mar-2023 12:56 PM

Nice

Reply

Simran Bhagat

13-Oct-2022 05:52 PM

👌👌

Reply