हिंदी दिवस प्रतियोगिता
हे वीणावादिनी वर दो
ये जीवन उज्ज्वल कर दो।
इस नश्वर जीवन को अपने
आवाहन का अवसर दो।
ताल छंद साहित्य कला
से ये मन जीवन भर दो।
वीणावादिनी वर दो।
अज्ञान की बंजर भूमि को
ज्ञान सुधा से भर दो
नीरस इस मरुस्थल को
अमृत का सागर दो।
वीणावादिनी वर दो
हिंदी दिवस प्रतियोगिता हेतु
आँचल सोनी 'हिया'
06-Sep-2022 12:41 AM
Achha likha hai 💐
Reply
shweta soni
05-Sep-2022 03:56 PM
Bahut achhi rachana
Reply
Shashank मणि Yadava 'सनम'
05-Sep-2022 03:27 PM
Bhaut hi सुन्दर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ
Reply