Madhu Arora

Add To collaction

भजन

वजन
  
 बड़ा वजन तो तोंद बढ़ गई ,
   बाहर का का का खाकर अड गई 
   लोगों ने मुझको रोका, टोका ,
   वजन घटाने को भी बोला ।
   समझ न तब  कुछ मुझको आया ,
   एक दिन मुझको ख्याल आया ।
   चलो क्यों ना मॉर्निंग वॉक करें ,
   खाना भी  हम छोड़े बाहर का।
    लाई नया में जोगिंग सूट ,
     स्पोर्ट्स शूज भी ले आई।
     सुबह सवेरे होते ही उठ गई,
      पार्क तक भी दौड़ लगाई।
      पतिदेव जी  मुस्काए ,
      मेरी प्यारी को अक्ल तो आई ।
     रोज-रोज में सैर को जाती,
     मिली वाक से शांति भारी।
      दूर होने लगी बीमारी,
      मोटापा भी घट गया।
      पति बोले हाय मेरी राम प्यारी,       
     कमनीय,कोमल  तुम सुकुमारी
      हो गई तू तो 20 वर्षों वाली।।
                 रचनाकार ✍️
                मधु अरोरा
19.2022
              
  

   14
6 Comments

Ha ha ha,,, बहुत ही खूबसूरत रचना,,, बढ़ा,,,, अड़,,, लाई मैं,,, में नहीं जी

Reply

Suryansh

29-Sep-2022 06:28 AM

बहुत ही उम्दा लिखा है

Reply

Swati chourasia

20-Sep-2022 01:20 PM

Very nice

Reply