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लेखनी प्रतियोगिता -13-Sep-2022

एक वक्त वो भी आयेगा....


जब सूरज की रोशनी भी चुभने लगेगी,
लेकिन तब उन खामोश अंधेरों का इंतजार रहेगा।

जब फूलों का मुरझाना न गवारा होगा,
लेकिन तब उन कांटों की सादगी का इंतजार रहेगा।

जब राहों में तेरा साथ न होगा,
लेकिन तब उन सूनी मंजिलों का इंतजार रहेगा।

कितनी ही ख्वाहिशों को पूरा होते देखाना है,
लेकिन अब उन टूट तारों का इंतजार रहेगा।

Written by - Dr.Ravindrapal Singh Muzalda KaviRp 

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7 Comments

Achha likha hai 💐

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Abhinav ji

14-Sep-2022 08:40 AM

Very nice👍

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Punam verma

14-Sep-2022 07:52 AM

Very nice

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