Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -14-Sep-2022 साहित्य

 रचयिता-प्रियंका भूतड़ा

शीर्षक-साहित्य
विषय-साहित्य का महत्व

साहित्य का करते संधि विच्छेद,
स+हित+य से बना साहित्य एक।
साहित्य प्रभाव का साया,
मानस पर भी छाया।

हिंदी साहित्य हुई विख्यात,
जगत में हुई जगमान।
साहित्य का प्रभाव,
सूरज जैसा है प्रकाश।

हिंदी में फैलाता अपनी लालिमा,
दूर करता कालिमा।
साहित्य होता पूरे विश्व में प्रकाशित,
हिंदी के लिए होता कल्याणकारी।

साहित्य जीवन का है दर्पण,
करो  सब मिलकर ग्रहण।
साहित्य के महान कवि,
साहित्य के उद्गम में है छवि।

महाकवि जयशंकर प्रसाद की साकार प्रतिमा,
हिंदी साहित्य में बनाती अपनी उत्कृष्टा।
थे वो बहुत बड़े साहित्यकार,
साहित्य में कहलाए इतिहासकार।

साहित्य के बिना सभ्यता संस्कृति है निर्जीव,
साहित्य है उनका शरीर,
साहित्य को करके सर्जन करते सजीव।
साहित्य ही है हिंदी का जीवन।

राष्ट्रीय एकता, मानवता ,सद्भाव, विश्व बंधुत्व,
साहित्य ही सिखाती हमको सब तत्व,
अभी का करो तुम उपयोग,
साहित्य में करो  सदुपयोग।

श्रेष्ठ साहित्य करता असर भावात्मक,
युग चेतना को बनाता साक्षात्कार,
व्यक्ति ,समाज को देता  संस्कार,
साहित्य का बनता आधार।

श्रेष्ठ साहित्य होता सार्थक , संभावशील, स्वतंत्र,
जीवन के यथार्थ का करता वर्णन,
अनुभूति को गहनता से करता व्यंजित,
साहित्य का करता सुसज्जित।

साहित्य का ना होता कोई पैमाना,
ना होती कोई मापने की सीमा,
साहित्य का रूप होता विराट,
साहित्य हिंदी का है सम्राट।

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11 Comments

Pratikhya Priyadarshini

22-Sep-2022 08:50 PM

Bahut khoob 🙏🌺

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Raziya bano

15-Sep-2022 03:58 PM

Nice

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Achha likha hai 💐🙏

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