हिंदी दिवस प्रतियोगिता
क्यों आजकल मन मेरा
मुझसे कहता है
बालों को थोड़ा
संवार लूं
तन पे जरा इत्र
मार लूं।
क्यों मन मेरा कहता है
कपड़े नए मैं
पहन चलूं
बाजारों में
बन ठन चलूं।
लगता है क्यों मुझे ऐसा
ये चांद थोड़ा
टेढ़ा सा है
मुझको ही ये
देखता सा है।
मन करता है मेरा
रातों को मैं
लेटूं कभी घास
पर जरा
चन्दा निहारूँ
मन भर जरा।
हिंदी दिवस प्रतियोगिता हेतु
Shashank मणि Yadava 'सनम'
29-Sep-2022 02:25 PM
Wahhh बहुत ही खूबसूरत
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Pratikhya Priyadarshini
22-Sep-2022 12:50 PM
Bahut khoob 🙏🌺
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Swati chourasia
20-Sep-2022 01:16 PM
Very nice
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Anshumandwivedi426
20-Sep-2022 03:04 PM
Thanks
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