लेखनी प्रतियोगिता -20-Sep-2022 सपने में मोदी चाचा
सुहानी हो रही थी अचानक से चौंक जाती है एक सपना जो उसको जगा देता है । स्वप्न की कुछ तस्वीरें उसको याद थी , सुहानी और उसकी बहन नीशू नाश्ता की प्लेट लिए हैं तभी दरवाजे पर दस्तक होती है एक आटो रिक्शा रूकता है और उसमें से निकलते हैं हमारे देश के प्रधानमंत्री जी नरेंद्र मोदी जी । सुहानी दरवाजा खोलते हुए मोदी जी के पाँव छूकर आशीर्वाद लेती है जो कि उसके चाचा जी ही हैं और बड़े ही आत्मिकता के साथ मिलते हैं। सुहानी भी खुश है अपने चाचा जी के साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है देश विदेश की चर्चा होती है। भविष्य को लेकर सपने बुनने का सिलसिला जारी हो जाता है। सुहानी इस बात से अत्यंत हर्ष का अनुभव करती है जो बातें उसके अपने पापा नहीं समझते मोदी चाचा समझ जाते हैं और उसको आश्वस्त करते हैं दोनों मिलकर देश और विश्व का कल्याण करेंगे।
सपने का इंटरवल होता है सुहानी की नींद खुल जाती है।अब वो हैरान थी मोदी जी देश के प्रधानमंत्री हैं और वो तो उनसे अपनी बात कहना भी चाहती है जो हकीकत में संभव ही नहीं है और वही शख्स उसका चाचा आखिर प्रकृति क्या संदेश देना चाहती है । खुश तो थी परंतु अधूरे ख्वाब को पूरा देखना चाहती है और भविष्य की योजनाओं में मोदी जी को सलाह भी देना चाहती है।खैर, नींद ने सुहानी को पुनः कब्जे में लिया और वही स्वप्न कुछ अलग तरह से दिख रहा है। मोदी चाचा की फ्लाइट लैंड कर रही है और देश के प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी जी सुहानी को अलविदा कहते हुए आश्वासन दे रहे हैं।
सुहानी बिटिया परेशान मत हो मैं जल्दी आऊँगा और पर्यावरण सुरक्षा से संबंधित तुम्हारी चिंता का निवारण हम सब मिलकर ढूंढ लेंगे।
सुहानी मुस्कुराते हुए उठती है वो पर्यावरण सुरक्षा के लिए परेशान थी और निवारण उसके समझ नहीं आ रहा था।शायद उसके मन की बात स्वप्न के माध्यम से ही प्रधानमंत्री जी तक पहुंच गई है।
आज उसे स्वप्न में एक अटूट रिश्ता भी जुड़ गया। चाचा-भतीजी का।
स्वरचित एवं मौलिक रचना
अनुराधा प्रियदर्शिनी
प्रयागराज उत्तर प्रदेश
Pallavi
22-Sep-2022 09:21 PM
Nice post 👍
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Abeer
21-Sep-2022 07:46 PM
Very nice 👍
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Kaushalya Rani
21-Sep-2022 06:28 PM
Beautiful story
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