औरत का आइना ,हिंदी दिवस प्रतियोगिता
#औरत को आईने में यूँ उलझा दिया गया ।हिंदी दिवस प्रतियोगिता no 12
बखान करके हुश्न का बहला दिया गया
#न हक़ दिया जमीन का न घर कहीं दिया
गृह स्वामिनी के नाम का रुतबा दिया गया
#छूती रही जब पाँव परमेश्वर पति को कह
फिर कैसे इनको घर की गृह लक्ष्मी बना दिया
#चलती रहे चक्की और जलता रहे चूल्हा
बस इसीलिए औरत को अन्नपूर्णा बना दिया
#न बराबर का हक मिले न चूं ही कर सके
इसीलिए इनको पूज्य देवी दुर्गा बना दिया
#यह डॉक्टर इंजीनियर सैनिक भी हो गईं
पर घर के चूल्हों ने उसे औरत बना दिया
#चाँदी सोने की हथकड़ी नकेल बेड़ियाँ
कंगन पाजेब नथनिया जेवर बना दिया
#व्यभिचारी आदमी जब लार रोक न सका
श्रृंगार साज बस्त्र पर तोहमत लगा दिया
#खुद नंग धड़ंग आदमी घूमता है रात दिन
औरत की टांग क्या दिखी नंगा बता दिया
#नारी ने जो ललकारा इस दानव प्रवर्ति को
जिह्वा निकाल रक्त प्रिय काली बना दिया
#नौ माह खून सींच के पैदा जिसे किया
बेटे को नाम बाप का चिपका दिया....✍️
सुनीता गुप्ता कानपुर
Shashank मणि Yadava 'सनम'
30-Sep-2022 11:15 AM
बहुत ही सुंदर सृजन
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Gunjan Kamal
22-Sep-2022 02:56 PM
बहुत खूब
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नंदिता राय
20-Sep-2022 09:31 PM
शानदार
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