स्वैच्छिक, चंद्र घंटा मां
(चंद्रघंटा मां भजन)
चंद्रघंटा मां शरणागत हूँ कल्याण करो कल्याण करो।
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चंद्रघंटा मां शरणागत हूँ कल्याण करो कल्याण करो ।
स्नेह रूपा सौम्या देवी भव पार करो भव पार करो।
जब से श्रीमुख पर दृष्टि पड़ी ,
रवि ,शशि तारे श्री हीन लगे।
तेरे द्वारे मां आई जब से,
सब दरवाजे मां मलीन लगे।
हमें सहज शक्ति दे दो माता, उद्धार करो उद्धार करो।
चंद्रघंटा मां शरणागत,,,,,,,,,
सर्व दाता हो सर्व ज्ञाता हो ,
सर्व धाता तुमको नमो नमः।
जग कल्याणी,जग वरदानी,
हे महाशक्ति को नमो नम:।
याचक बनकर आई हूँ मां अनमोल कृपा का दान करो ।
चंद्रघंटा मां शरणागत,,,,,,,,
मां करती सिंह सवारी हो,
त्रिनैत्र ,हाथ दस धारी हो।
सब हाथों में हथियार लिए,
श्रीशंकर जी की प्यारी हो।
स्वर्णिम आभा मां है तेरी, भक्तों का पूर्ण काम करो।
चंद्रघंटा मां शरणागत,,,,,,,,,
तू महाशक्ति अवतार लिये ,
नारी के रूप में आई है।,
संसार बन गया है कलयुग,
तू सतयुग की परछाई है।
सब सरिताएं मां तुमसे है,कुछ मुझ'सरिता'का ध्यान करो।
चंद्रघंटा मा शरणागत,,,,,,,,,
सुनीता गुप्ता'सरिता'कानपुर उत्तर प्रदेश
Palak chopra
29-Sep-2022 12:53 AM
Bahut khoob 💐👍
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Haaya meer
28-Sep-2022 08:59 PM
Shandar
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Swati chourasia
28-Sep-2022 07:33 PM
बहुत ही सुंदर रचना 👌👌
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