इश्क
इश्क़ है न चाह है आपको पाने की, फिर भी क़रीब रहो ये अच्छा लगता है। न हक़ीक़त है न ही ख़्वाब है….. दरमियाँ हम दोनों के, फिर भी आपको सोंचना ….. अच्छा लगता है। न ही आप दूर हो न ही क़रीब मेरे, फिर भी आप हमकदम रहो…. ये अच्छा लगता है। पराया हैं….. न ही अपना हैं आप, फिर भी आपका साथ अच्छा लगता है। 🌹🌹🌹🌹💕💕🌹🌹🌹🌹सुनीत
Raziya bano
29-Sep-2022 08:15 PM
Nice
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Gunjan Kamal
29-Sep-2022 07:47 PM
बहुत खूब
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Palak chopra
29-Sep-2022 07:09 PM
Bahut khoob 🙏🌺
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