Ajay

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तेजाब

सातवें ऑपरेशन के बाद पट्टियाँ हटने की दोहरी ख़ुशी थी उसके लिए,आखिर उस तेजाब कांड के 3 साल बाद उसे अपने मददगार से मिलने का मौका भी मिल रहा था| 

 "तुम ???"
"तुम पर तेजाब फेंकतेहुए मेरा हाथ भी जल गया था| मैंने तब तुम्हारे दर्द को महसूस किया | जानता हूँ,बहुत घृणित कार्य हुआ मुझसे | पछता रहा हूँ |"
" तो अब क्या चाहते हो मुझसे ?"
"इनमें से जो भी सजा तुम देना चाहो, दे दो |"
टेबल पर एक तरफ सिंदूर और दूसरी तरफ तेजाब रखा था |
विद्रूपता भरी मुस्कराहट के साथ उसने बीच में ईलाज के बिल की रकम रख दी|.....

आज चार साल बाद मानसिक रुग्णालय में उसी जानवर का ईलाज कर रही थी वह |  

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4 Comments

Rohan Nanda

16-Apr-2022 01:29 PM

बहुत खूब...

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Ajay

17-Apr-2022 03:37 PM

🙏🏻🙏🏻

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Miss Lipsa

27-Aug-2021 04:47 AM

Bohot khoob

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Ajay

28-Aug-2021 07:22 PM

Thanks

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