Diya Jethwani

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लेखनी कहानी -06-Sep-2022... रिश्तों की बदलतीं तस्वीर..(28)

रवि ने कुछ देर बाद विनी को फोन किया...। 

हैलो... 

हाँ रवि....। 

गुस्सा खत्म हुआ .... या अभी भी नाराज़ हो...! 

नहीं... ठीक हूँ... तेरी बातें सुनने के बाद तो मुझे सलोनी पर ही शक हो रहा हैं...। 

तुम्हारी बात हुई क्या उससे अभी..! 

नहीं क्यूँ..! 

वो टेस्ट को लेकर....। 

हाँ... वो तो पोजिटिव हैं...। 

हम्म मुझे फोन आया सलोनी का...। 

ओहह... फिर क्या सोचा..! 

उसके लिए तुम्हें फोन किया हैं...। देख यार... ये डबल गेम मुझसे नहीं होता अभी...। इसलिए एक रास्ता हैं... बस तेरी हेल्प चाहिए...। 

बोलो... क्या हेल्प चाहिए..। 

सलोनी मुझसे कह रहीं थीं की शादी के काम काज और तैयारियों में उसे डर हैं की बच्चे को कुछ तकलीफ ना हो जाए..। 

तो तुमने क्या कहा....! 

पता नहीं यार... मेरी तो समझ में नहीं आ रहा हैं... क्या कहना चाहिए मुझे...। 

तुम उसे अबोशन का क्यूँ नहीं बोलते..! 

विनी... ये कैसी बातें कर रहीं हो तुम...ऐसा कुछ कहा तो उसके पेरेंट्स अभी मेरे पीछे पड़ जाएंगे...! 

तो फिर...! 

मैं उससे दो महीने बाद नहीं बल्कि पंद्रह दिन बाद शादी कर रहा हूँ...। 

व्हाट.... ये क्या बकवास हैं रवि... कहीं तुम्हारा इरादा मुझे छोड़ने का तो नहीं हैं...! देखो रवि... अगर ऐसा कुछ भी किया ना तो... मैं तुम्हें छोड़ूगी नहीं...। 

अच्छा... क्या करोगी...! 

मैं तुम्हारा खुन कर दूंगी रवि...। 

ओहह हो.... गुस्सा... जलन... 

रवि... मजाक मत करो.... मैं सच में कुछ कर बैठुंगी...। 


अरे... अरे... रिलेक्स यार.... मेरी पूरी बात सुनो.... सलोनी को मैं अब ओर ज्यादा नहीं झेल सकता... और अब मुझे तेरे साथ आगे का सफर तय करना हैं... इसलिए तु बस सलोनी के पेरेंट्स को कैसे भी करके शादी पंद्रह दिन में करने के लिए तैयार कर.. । उसके बाद उन्हें इस बात के लिए भी तैयार कर की वो तुझे और सलोनी को तैयारियों के लिए यहाँ आने दे...। यहाँ मैं सब संभाल लूंगा...। वैसे भी शादी तो होने नहीं वाली तो तैयारी कैसी... बस इसी बहाने थोड़ा वक्त हम दोनों साथ में गुजार लेंगे... और जो भी पैसा वो लोग देंगे वो हमें आगे काम आएगा...। वैसे भी ऐसी हालत में सलोनी को तो साथ में शांपिग करवाने लेकर जाएंगे नहीं... तो उसे क्या पता... हम बाहर क्या कर रहे हैं...। 

वाह... प्लान तो बहुत बढ़िया हैं मिस्टर.. लेकिन इतना तो सोचो... जब हम शांपिग का कहकर जाएंगे और कुछ साथ लेकर ही नहीं आएंगे... तो क्या वो सवाल नहीं करेगी..!! 

अरे उसका कोई ना कोई बहाना बना देंगे.. एक बार तुम यहाँ आ तो जाओ..। मैं अपने पेरेंट्स से कहकर वहाँ फोन करवा देता हूँ... बस तुम अपनी तरफ़ से उनको मना लो...। 

ठीक हैं... डन....। 

चल अभी मै रखता हूँ.... मम्मी पापा से बात कर लेता हूँ...। ओके... बाय...। 



ऐसा कहकर रवि ने फोन रख दिया... और प्लान के मुताबिक उसके पेरेंट्स ने सलोनी के घर फोन किया और विनी ने उनको तैयार भी कर लिया..। इस प्लान में रवि ने सलोनी को फोन करके भी वहाँ आने के लिए तैयार कर लिया था... तो सलोनी के भी जिद्द करने पर सुजाता और सुनील आखिर कार मान गए...। 



अगले दिन ही सलोनी और विनी सवेरे ही वहाँ से चल दी...। सब कुछ रवि के प्लान के मुताबिक चल रहा था...। 


क्या रवि अपने मकसद मे कामयाब हो जाएगा...! 
जानते हैं अगले भाग में..। 



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5 Comments

Raziya bano

14-Oct-2022 08:26 PM

Nice

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shweta soni

14-Oct-2022 03:13 PM

Bahut khub 👌

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Achha likha hai 💐

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