दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय गांधी जी तेरे देश मे
गांधी तेरे देश में,
मुश्किल हो गया जीना
शास्त्री जी के भेष में..
लूटमार और भ्रष्टाचार
ही फैला हैं अब हर क्षेत्र में..
सत्य अहिंसा और ईमान
की बाते सिर्फ़ हास्य लगती
आज़ के इस परिवेश में..
राष्ट्रभक्ति ,परसेवा युक्ति
देखने को मिलती केवल
राष्ट्रीय त्योहारों के अवशेष में..
ईंधन बेच के सारा पैसा
जमा हो गया विदेश में,
अब तो बस घर जलता
भाई का भाई के प्रति द्वेष में..
गांधी तेरे देश में,
मुश्किल हो गया जीना
शास्त्री जी के भेष मे
सुनीता गुप्ता ,सरिता,,कानपुर
Gunjan Kamal
05-Oct-2022 06:53 PM
शानदार
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Supriya Pathak
02-Oct-2022 10:31 PM
Bahut badiya 🌺🙏💐
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Palak chopra
02-Oct-2022 09:52 PM
Bahut khoob 💐🙏🌺
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