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लेखनी कहानी -02-Oct-2022 महापुरुष- महानायक प्रतियोगिता

लाल बहादुर शास्त्री


26 सितंबर, 1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध ख़त्म हुए अभी चार दिन ही हुए थे।

 भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दिल्ली के रामलीला मैदान में हज़ारों लोगों के सामने बोलना शुरू किया ।


तालियों की गड़गड़ाहट के बीच शास्त्री ने ऐलान किया, "सदर अयूब ने कहा था कि वो दिल्ली तक चहलक़दमी करते हुए पहुंच जाएंगे. वो इतने बड़े आदमी हैं. लहीम शहीम हैं. मैंने सोचा कि उन्हें दिल्ली तक चलने की तकलीफ़ क्यों दी जाए. हम ही लाहौर की तरफ़ बढ़ कर उनका इस्तक़बाल करें."


ये वही शास्त्री थे जिनके पाँच फ़ीट दो इंच के क़द और आवाज़ का अयूब ने एक साल पहले मज़ाक उड़ाया था.


अयूब अक्सर लोगों का आकलन उनके आचरण के बजाय उनके बाहरी स्वरूप से किया करते थे।


पाकिस्तान में भारत के पूर्व उच्चायुक्त रहे शंकर बाजपेई ने (जिनकी हाल में मृत्यु हो गई है) के अनुसार,"अयूब ने सोचना शुरू कर दिया था कि भारत कमज़ोर है।वो नेहरू के निधन के बाद दिल्ली जाना चाहते थे लेकिन उन्होंने ये कह कर अपनी दिल्ली यात्रा रद्द कर दी थी कि अब किससे बात करें।शास्त्री ने कहा आप मत आइए, हम आ जाएंगे."


वो गुटनिरपेक्ष सम्मेलन में भाग लेने काहिरा गए हुए थे। लौटते वक्त वो कुछ घंटों के लिए कराची में रुके। उस वक्त शास्त्री को हवाईअड्डे छोड़ने आए अयूब ने अपने साथियों से इशारा करते हुए कहा था कि,"इनके साथ बात करने में कोई फ़ायदा नहीं है।"


शास्त्री जी द्वारा अमरीकी राष्ट्रपति का न्योता ठुकराना


शास्त्री के काहिरा जाने से पहले अमरीकी राजदूत चेस्टर बोल्स ने उनसे मिलकर अमरीकी राष्ट्रपति लिंडन जॉन्सन का अमरीका आने का न्योता उन्हें दिया था।


लेकिन इससे पहले कि शास्त्री इस बारे में कोई फ़ैसला ले पाते, जॉन्सन ने अपना न्योता वापस ले लिया था।


इसका कारण फ़ील्ड मार्शल अयूब का अमरीका पर दबाव था। उनका कहना था ऐसे समय जब वो भारत के साथ नए समीकरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं, अमरीका को तस्वीर में नहीं आना चाहिए।


वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर लिखते हैं कि शास्त्री ने इस बेइज़्ज़ती के लिए जॉन्सन को कभी माफ़ नहीं किया।


कुछ महीनों बाद जब वो कनाडा जा रहे थे तो जॉन्सन ने उन्हें बीच में वॉशिंगटन में रुकने का न्योता दिया लेकिन शास्त्री ने उसे अस्वीकार कर दिया।



         अनुराधा प्रियदर्शिनी

         प्रयागराज उत्तर प्रदेश

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6 Comments

बहुत ही सुंदर सृजन

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Milind salve

07-Oct-2022 05:42 PM

बहुत खूब

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Gunjan Kamal

07-Oct-2022 08:48 AM

शानदार

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