Sheeba Rahman

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सुकून

बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को,
ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को,
बुझती नहीं है प्यास मेरे इस प्यासे दिल की,
न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को।

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6 Comments

Pratikhya Priyadarshini

05-Oct-2022 01:44 AM

Bahut khoob 💐

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नंदिता राय

03-Oct-2022 09:37 PM

बहुत खूब

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Palak chopra

03-Oct-2022 02:36 PM

Bahut khoob 🙏🌺

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