ख़्वाबों के घर
नहीं जो दिल में जगह तो नजर में रहने दो,
मेरी हयात को तुम अपने असर में रहने दो,
मैं अपनी सोच को तेरी गली में छोड़ आया हूँ,
मेरे वजूद को ख़्वाबों के घर में रहने दो।
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Pratikhya Priyadarshini
05-Oct-2022 01:43 AM
Bahut khoob 🙏
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नंदिता राय
03-Oct-2022 09:35 PM
शानदार
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Palak chopra
03-Oct-2022 02:36 PM
Bahut khoob 💐👍
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