व्यंग्य अगले जनम मोहे नेता ही कीजै।लेखनी प्रतियोगिता -11-Oct-2022
प्रतियोगिता
व्यंग्य
अगले जनम मोहे नेता ही कीजैदीनबन्धु दयासिंधु इतना ही दीजै।
अगले जनम मोहे नेता ही कीजै।।
1-
पंच में पहचान मिले।मंचों में मान मिले।।
मौका बेमौका पै, बिन मांगे दान मिले।।
देना है कभी नहीं, लीजै ही लीजै।
2-
वोट में सपोर्ट में। गुण दिखें खोट में।
सभी कुछ छिपता है खद्दर की ओट में।
गंगाजली में चाहे, व्हिस्की ही पूजा।
3-
झूठे इरादे हैं। झूठे सब वादे हैं।
झूठ का पुलिंदा अपने सिर लादे हैं।।
सत्य जो कहे बस उस पर ही कीजै।।
4-
गुनाह सब माफ हैं। लगते ना पाप हैं।
पाप की कहेंं क्या ये पाप के भी वाप हैं।
मच्छर के चाचा और गोंच के भतीजे।।
अगले जनम मोहे नेता ही कीजै।।
विनोदी महाराजपुर
Shashank मणि Yadava 'सनम'
12-Oct-2022 09:38 AM
बहुत ही उत्कृष्ट सृजन
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Gunjan Kamal
12-Oct-2022 08:02 AM
बहुत ही सुन्दर
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Supriya Pathak
11-Oct-2022 09:33 PM
Bahut khoob likha aapne sir 👍🌺👌🌸
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