समय

प्रतियोगिता
दिनांक 12 अक्टूबर 2022
 विषय:-समय

समय की समझो कीमत यारों ,
 समय चूक कर पछतायेगा। 
निकल गया यदि समय हाथ से, 
समय लौट कर ना आयेगा। 
1
समय ना अपना और पराया ,
समय को समझो नहीं समय है। 
समय को समझो समय पै यारो, 
समय का होगा कभी ना भय है। 
समय पै समझो समय की बातें, 
समय ना होता बुरा भला है। 
कभी ज्योत्सना कभी कालिमां ,
क्षण में चांद की तीन कला है। 
समय देख कर मत घबराओ, 
समय आयेगा और जायेगा। 
2
समय हुआ अनुकूल तो कहते ,
बिल्ली भाग्य से गागर फूटी। 
समय हुआ प्रतिकूल तो कहते, 
हार लील गई खाली खूंटी। 
जो बोया है वही पाएगा ,
समय का इसमें दोष नहीं है।
समय बोलता समय पर अपने, 
समय कभी खामोश नहीं है। 
समय कभी अन्याय ना करता, 
जो तूं करेगा वह पाएगा । 
3
समय यार है समय प्यार है ,
समय जीत है समय हार है। 
समय का सारा खेल है जग में, 
समय से पाया कौन पार है। 
समय समझ कर चलो  विनोदी, 
समय की दुनियाँ बलिहारी है। 
समय ना होता कभी किसी का, 
 समय की सारी संसारी है। 
समय ही लाया है यदि कलयुग, 
समय ही सतयुग को आएगा। 

      विनोदी महाराजपुर

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9 Comments

Suryansh

16-Oct-2022 06:44 PM

कमाल का लिखा है sir

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कालिमा,,, दुनिया ही सही रूप है न कि कालिमां और दुनियाँ

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बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ,,, Outstanding

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