हमराही

हमराही

साथ नहीं पर साथ हो तुम
हर कदम नहीं पर हमकदम हो तुम
ख्वाब में ख्याल में हमदम हो तुम
चलते हो साथ मेरे धूप हो या हों अंधेरे
थाम लेते हो बढ़ के मुझको मुश्किलें जब भी घेरे
है हौंसला तुम्ही से, तुम्ही हो मेरी जवानी
बढ़ता ही जा रहा हूं ना हार मैने मानी
कहने को राह कठिन थी, पर साथ है तुम्हारा
तुमसे मुझे मिला है हर मोड़ पर सहारा
रूठे कभी जो साया पर तुम ना रूठ जाना
हमसफर बन चले हो अब हर हाल में निभाना।।

आभार– नवीन पहल – १५.१०.२०२२ ❤️🌹🙏🏻😘

# प्रतियोगिता h


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10 Comments

Suryansh

20-Oct-2022 09:40 PM

लाजवाब लाजवाब

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Pratikhya Priyadarshini

18-Oct-2022 01:10 AM

Achha likha hai 💐

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Zakirhusain Abbas Chougule

17-Oct-2022 10:03 PM

Wah bahut khoob

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